चंडीगढ़ : पंजाब में महंगाई और 1984 दंगों के विरोध में शिरोमणि अकाली दल के नेताओं द्वारा तत्कालीन मुख्यमंत्री की कोठी का घेराव करने के मामले में वरिष्ठ नेता प्रेम सिंह चंदूमाजरा अदालत में पेश हुए। वकील राजेश कुमार राय और सौरभ द्विवेदी ने अदालत को बताया कि पार्टी की अति महत्वपूर्ण बैठक के चलते बिक्रम सिंह मजीठिया पेश नहीं हो पाए। पिछली सुनवाई के दौरान भी मजीठिया पेश नहीं हुए थे। अब सुनवाई के लिए अगली तारीख 15 जून तय की गई है।
दायर मामला 2021 का है। महंगाई और 1984 दंगों के विरोध में शिअद नेता और कार्यकर्ता मुख्यमंत्री आवास का घेराव करने जा रहे थे। प्रदर्शनकारियों ने बैरिकेड्स तोड़कर पुलिस कार्य में बाधा डाली और सरकारी आदेशों का उल्लंघन किया था। पुलिस को रोकने के लिए लाठीचार्ज करना पड़ा और नेताओं को हिरासत में लिया था। सैक्टर-3 थाना पुलिस ने इंस्पैक्टर बलराम राणा की शिकायत पर बिक्रम सिंह मजीठिया के अलावा महेश इंद्र सिंह, दलजीत सिंह चीमा, आनंदपुर साहिब के पूर्व एम.एल.ए. प्रेम सिंह चंदूमाजरा और अन्य वरिष्ठ नेताओं और कार्यकर्ताओं के खिलाफ आई.पी.सी. की धारा 188, 186, 353, 332 और 34 के तहत मामला दर्ज किया था। मामले में एन.के. शर्मा, प्रेम सिंह चंदूमाजरा और बलविंद्र सिंह को जमानत मिल चुकी है।