जालंधर/चंडीगढ़, 27 जून
आम आदमी पार्टी (आप) पंजाब ने भाजपा उम्मीदवार शीतल अंगुराल पर जालंधर पश्चिम के लोगों के साथ विश्वासघात करने, उनके जनादेश का अनादर करने और लोगों के काम से ऊपर अपने स्वार्थी अवैधानिक कार्यों को प्राथमिकता देने का आरोप लगाया और अंगुराल पर तीखा हमला बोला।
आप मंत्री अमन अरोड़ा ने गुरुवार को जालंधर में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया, जहां उन्होंने शीतल अंगुराल से पांच सवाल पूछे और कहा कि उन्हें जालंधर पश्चिम के लोगों को इन सवालों के जवाब देने चाहिए। अमन अरोड़ा के साथ आप के जालंधर लोकसभा उम्मीदवार रहें पवन कुमार टीनू और लहरा गागा से आप विधायक बरिंदर गोयल भी मौजूद थे।
आप नेता ने कहा कि शीतल अंगुराल ने अपने स्वार्थ के लिए जालंधर की जनता पर यह उपचुनाव थोपा है। उन्होंने कहा कि उन्होंने लोगों के साथ विश्वासघात किया है और अब जालंधर की जनता इस दल बदलू को सबक सिखाएगी। अरोड़ा ने कहा कि शीतल अंगुराल ने अपने हलके की जनता और उनके जनादेश की जगह एक तानाशाह पार्टी भाजपा को चुना है।
उन्होंने कहा कि भाजपा हमारे संविधान और लोकतंत्र को नष्ट करने का काम कर रही है और शीतल अंगुराल जैसे लोग ऐसा करने में उनकी मदद कर रहे हैं। आप नेता ने लोगों से ऐसे लोगों और पार्टियों के खिलाफ वोट देने का आग्रह किया और कहा कि ये हमारे लोकतंत्र के लिए खतरा है। उन्होंने कहा कि केवल आम आदमी पार्टी ही बाबा साहेब अंबेडकर के संविधान को बचाने का काम कर रही है।
अमन अरोड़ा ने कहा कि जालंधर पश्चिम की जनता शीतल अंगुराल को अच्छी तरह से जानती है लेकिन आम आदमी पार्टी अभी भी कुछ सवाल उठाना चाहती है जिसका जवाब पूर्व विधायक को देना चाहिए, इससे पहले कि वह लोगों के बीच जाकर उनके साथ इस तरह से विश्वासघात करने के बाद दोबारा उनका वोट और विश्वास मांगे। अरोड़ा ने कहा कि शीतल अंगुराल ने ढाई महीने पहले इस्तीफा दिया और फिर आम चुनाव के बाद उन्होंने अपना इस्तीफा वापस लेने की कोशिश की लेकिन तब तक स्पीकर ने उनका इस्तीफा स्वीकार कर लिया था।
आप नेता ने पूछा कि ढाई महीने तक शीतल अंगुराल भाजपा के साथ थे और उनके लिए प्रचार कर रहे थे फिर ऐसा क्या हुआ कि चुनाव के तुरंत बाद उन्होंने अपना इस्तीफा वापस लेकर आप में वापस आना चाहा? क्या उन्होंने खुद देखा कि पंजाब की जनता भाजपा जैसी भ्रष्ट पार्टी को कभी स्वीकार नहीं करेगी? अरोड़ा ने कहा कि भाजपा के पास पंजाब में दो विधायक और एक भी सांसद नहीं है। दूसरा सवाल जो जालंधर पश्चिम के हर निवासी के मन में है वह यह कि शीतल अंगुराल और सुशील कुमार रिंकू दुश्मन थे फिर ऐसी क्या परिस्थिति आई कि उन्हें एक दूसरे का सहयोगी बनना पड़ा? उनके इस नए गठबंधन से उन्हें क्या हासिल होने वाला है?
आप मंत्री ने कहा कि इस बात से कोई अनजान नहीं है कि दोनों के बीच कोई प्यार नहीं है। उन्होंने अपने झगड़े में एक दूसरे के परिवार को भी नहीं बख्शा और उनके सैकड़ों समर्थकों ने खुद को घायल कर लिया या उनके लिए लड़ते हुए जेल चले गए। अब उन समर्थकों का क्या होगा? अमन अरोड़ा ने आगे कहा कि चुने हुए प्रतिनिधि की जिम्मेदारी होती है कि वह अपने हलके में कानून व्यवस्था को कायम रखे, लेकिन शीतल अंगुराल का आपराधिक इतिहास रहा है। इन दो सालों में भी उसने लगातार सट्टेबाजों, नशा तस्करों, अपराधियों, अवैध शराब माफियाओं से अपने संबंध बनाए रखे और इन अवैध गतिविधियों में संलिप्त रहा।
अरोड़ा ने कहा कि शीतल अंगुराल ने जालंधर पश्चिम के लोगों को निराश किया और अपनी जिम्मेदारियों को निभाने में विफल रहे। अरोड़ा ने कहा कि उन्हें अपनी विफलता के लिए जवाब देना चाहिए। आम आदमी पार्टी का चौथा सवाल पूछा कि कि शीतल अंगुराल ने किस तरह के कामों के लिए सीएम भगवंत मान से संपर्क किया था? अमन अरोड़ा ने कहा कि आप सरकार पंजाब के विकास के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि सीएम कभी भी किसी हलके के विकास के एक भी काम को नजरअंदाज नहीं करते, इसलिए शीतल अंगुराल का यह बयान सरासर झूठ है।
उन्होंने कहा कि सीएम कभी भी भ्रष्टाचारियों का हाथ नहीं बढ़ाते और न ही किसी अवैध प्रस्ताव को सुनते हैं। इसलिए अगर शीतल अंगुराल कह रहे हैं कि आप सरकार में उनके काम नहीं हुए तो उन्हें स्पष्ट करना चाहिए कि वह किन कामों की बात कर रहे हैं। आप नेता ने शीतल अंगुराल के विरोधाभासी बयानों पर भी सवाल उठाए।
अरोड़ा ने कहा कि शीतल अंगुराल ने पवित्र विधानसभा में 40 मिनट तक भगवंत मान का गुणगान किया, लेकिन अब उसी व्यक्ति की आलोचना कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत मान तो वही हैं। भ्रष्टाचार या भ्रष्टाचार के प्रति उनकी जीरो टॉलरेंस की नीति है, तो शीतल अंगुराल बताएं कि विधानसभा में झूठ बोल रहे थे या अब बोल रहे हैं?
अमन अरोड़ा ने कहा कि एक बार फिर भाजपा नेता निगम फंड घोटाले की बात कर रहे हैं, जिसमें स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत जालंधर शहर के विकास के लिए 1000 करोड़ रुपये आए थे। उन्होंने कहा कि इसी तरह जालंधर लोकसभा सीट के उपचुनाव के दौरान भी भाजपा नेताओं ने इस घोटाले की बात की, लेकिन कभी इसकी जांच नहीं की, उन्हें कौन रोक रहा है? अरोड़ा ने कहा कि वास्तव में वे (कांग्रेस और भाजपा) सभी भ्रष्ट हैं और जालंधर के विकास फंड के पैसे लूटने के लिए दूसरे से मिले हुए हैं, इसलिए अभी तक इस मामले की कोई जांच नहीं हुई। अब वे केंद्र को पत्र लिखकर केवल औपचारिकता निभा रहे हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा नेता अब पत्र लिख रहे हैं जबकि केंद्र में उनकी 10 साल से सरकार है। उन्हें यह बताना चाहिए कि इन ड्रामों से वे किसे गुमराह कर रहे हैं?
अमन अरोड़ा ने कहा कि आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार मोहिंदर भगत की छवि बहुत साफ सुथरी है। उनके पिता चुन्नी लाल भगत ने जालंधर के लिए बहुत मेहनत की और मंत्री रहते हुए बहुत काफी विकास कार्य किया। इसलिए जालंधर पश्चिम के लोगों को इस उपचुनाव में मोहिंदर भगत जैसे ईमानदार नेता को ही वोट देना चाहिए।