कई लोगों ऐसे हैं जिन्हें अक्सर कमर के लोअर बॉडी पार्ट में दर्द रहता है. कुछ लोग यह समझ के इस दर्द को टाल देते हैं कि यह सोने की वजह से हो गया है तो यह अपने आप ठीक हो जाएगा. लेकिन आपकी जानकारी के लिए बता दें कि कई बार यह मामूली सा दिखने वाला दर्द गंभीर रूप ले सकता है. और आपके काम में बाधा डाल सकता है. ऐसे दर्द को आपको नजरअंदाज करने की जरूरत नहीं है. क्योंकि यह दर्द कई बीमारियों के शुरुआती संकेत हो सकते हैं. आइए जानें इन बीमारियों के बारे में सबकुछ.
कमर के निचले हिस्से में दर्द के कारण
डिस्क में गड़बड़ी
डिस्क यानि रीढ़ की हड्डियों के बीच कुशन की तरह रहती है. जब डिस्क के अंदर का कार्टिलेज जब ऊभर जाता है तो यह टूट सकता है. तो यह तंत्रिका पर दबाव डालता है. ऊभरी हुई या फटी हुई डिस्क पीठ दर्द का कारण होती है. जब आपको लगातार दर्द हो रहा है तो डॉक्टर को जरूर दिखाएं. आप एक्सरे, सीटी स्कैन या एमआरआई के जरिए भी पता लगा सकते हैं.
अर्थराइटिस
अर्थराइटिस की बीमारी में भी कई बार कमर के लोअर पार्ट में दर्द होता है. गठिया के कारण रीढ़ की हड्डी सिकुड़ने लगता है. इस सिचवेशन को स्पाइनल स्टेनोसिस इस तरह के दर्द आपको लगातार परेशान कर सकते हैं. ऐसे में बिना समय गवाएं आपको तुरंत डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए.
ऑस्टियोपोरोसिस
ऑस्टियोपोरोसिस की बीमारी में भी कमर के लोअर बॉडी पार्ट में काफी ज्यादा दर्द रहता है. इस बीमारी में हड्डी धीरे-धीरे खोखली होने लगती है. जिसके कारण तेज दर्द होता है. हड्डियां खोखली हो जाती है. ऐसी खराब स्थिति में डॉक्टर को जरूर दिखाएं.
एंकिलॉजिंग स्पॉन्डिलाइटिस
एंकिलॉजिंग स्पॉन्डिलाइटिस की बीमारी में स्पोंडिलोआर्थराइटिस भी कहा जाता है. इसमें रीढ़ की हड्डी में सूजन होने लगता है. और सूजन के कारण वह दूसरी हड्डी से टच होने लगता है. यह सब की वजह से रीढ़ की हड्डी कम फ्लेक्सिबल होती है. और यही दर्द का कारण बनती है.
Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों और सुझाव पर अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.