हर साल दिवाली पर बर्न इंजरी के कई केस आते है। ऐसे में हैल्थ विभाग ने एडवाइजरी जारी की है। शहरवासियों से सुरक्षित और इको सैंसेटिव दिवाली मनाने की अपील की है। वहीं लोगों को बताया है कि बर्न इंजरी से बचने के लिए क्या करें। दिवाली पर तीनों एडवांस अस्पतालों की एमरजैंसी जारी रहेगी। पी.जी.आई. का प्लास्टिक सर्जरी विभाग भी इलाज को लेकर तैयार है। एडवाइजरी में कहा है कि चोट लगने की स्थिति में आंख को हथेली या हाथ से न दबाएं और न ही रगड़ें। इससे चोट और गंभीर हो सकती है। आंख पर मजबूती से कपड़ा न बांधे। इससे अनावश्यक दबाव पड़ सकता है। आंख को ढाल के कप से सुरक्षित रखें। कैमिकल चोट लगने पर आंख को साफ पानी से अच्छी तरह धोने से बचना चाहिए। आंख की किसी भी चोट को नजरअंदाज न करें।
पटाखें जलाते समय इन बातों का रखें ध्यान
- ग्रीन क्रेकर्स का ही इस्तेमाल करें।
- पटाखें, दीए, मोमबत्ती आदि जलाते समय सिंथैटिक और ढीले कपड़े पहनने से बचे।
- पटाखें जलाने से वायु और ध्वनि प्रदूषण होता है। इस तरह दिवाली मनाएं कि किसी ओर को असुविधा ना हो।
- पटाखों और दीए को जलाते वक्त एक हाथ की दूरी बनाए रखें।
- जले हुए पटाखों को एक बाल्टी या पानी व रेत में इकट्ठा करें जिससे पैरों में इंजरी न हो।
- पटाखों को जलाते वक्त जूते पहने। अचानक फटने से इंजरी हो सकती है।
- पटाखे जलाने के दौरान मेटल की चूड़ी, रिंग न पाएं।