पंजाब में मंडराने लगा बड़ा खतरा

राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के बाद हरियाणा और पंजाब में भी कई स्थानों पर गुरुवार को ए.क्यू.आई. खराब और बहुत खराब श्रेणियों में दर्ज किया गया। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के आंकड़ों के अनुसार, हिसार में ए.क्यू.आई. 422, फतेहाबाद में 416, जींद में 415, रोहतक में 394, कैथल में 378 दर्ज किया गया।

वहीं पंजाब के बठिंडा में ए.क्यू.आई. 303, मंडी गोबिंदगढ़ में 299, खन्ना में 255, जालंधर में 220, लुधियाना में 214 और अमृतसर में 166 दर्ज किया गया। पंजाब और हरियाणा की संयुक्त राजधानी और केंद्र शासित प्रदेश चंडीगढ़ में ए.क्यू.आई. 194 रहा।  केंद्र सरकार के प्रदूषण नियंत्रण आयोग ने दिल्ली की वायु गुणवत्ता ‘गंभीर’ श्रेणी में पहुंचने के मद्देनजर बृहस्पतिवार को गैर जरूरी निर्माण गतिविधियों और डीजल से चलने वाले ट्रकों के राष्ट्रीय राजधानी में प्रवेश पर प्रतिबंध लगाने व 2 दिन तक प्राइमरी स्कूल बंद रखने का निर्देश दिया।

चरणबद्ध प्रतिक्रिया कार्य योजना के तीसरे चरण के तहत यह निर्देश जारी किया गया है। केंद्र की वायु प्रदूषण नियंत्रण योजना जी.आर.ए.पी. सर्दी के मौसम के दौरान दिल्ली-एन.सी.आर. में लागू की जाती है। शाम 5 बजे दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक (ए.क्यू.आई.) 402 रहा।  दिल्ली-एन.सी.आर. में वायु गुणवत्ता की स्थिति की समीक्षा से संबंधित बैठक में वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (सी.एक्यू.एम.) ने कहा कि प्रतिकूल मौसम और जलवायु परिस्थितियों के कारण प्रदूषण का स्तर अभी और बढऩे की आशंका है।

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