मोगा/जालंधर, 25 जून (गीता ) : भाजपा पंजाब के प्रदेश अध्यक्ष अश्वनी शर्मा ने शहीदी पार्क में शहीद हुए स्वयं सेवकों के नमित मोगा जिलाध्यक्ष सीमन्त गर्ग की अध्यक्षता आयोजित किए गए श्रद्धांजलि समागम में विशेष रूप से पहुँच कर शहीदों को अपने श्रद्धासुमन अर्पित किए। शर्मा ने कहा कि शहीदों के खून से रक्तरंजित मोगा की पावन धरती किसी तीर्थ स्थल से कम नहीं है। पंजाब में आंतकवाद को हराने में पंजाबियों ने मिलकर हराया और हिन्दू-सिख एकता को बरकरार रखा। इस अवसर पर अश्वनी शर्मा के साथ केन्द्रीय मंत्री सोम प्रकाश, प्रदेश महासचिव जीवन गुप्ता आदि भी उपस्थित थे।
अश्वनी शर्मा ने कहा कि मोगा शहीदी पार्क का गोली कांड भी 1984 के काले दौर के अध्याय में एक दर्द भरा इतिहास है। 80 के दशक में जब पंजाब में विदेशी शक्तियों के इशारे पर नफरत और दहशत की खूनी आंधी चल रही थी तब संघ के स्वयं सेवकों ने खून देकर हिंदू सिख एकता की बुझ रही मशाल को फिर से रोशन किया। बेशक इस गोली कांड को 34 वर्ष हो गए, लेकिन शहीदों के परिजनों के जख्म आज भी हरे हैं। इस गोली कांड में 25 स्वयं सेवक शहीद हुए व 31 सेवक घायल हो गए। ऐसे में कई लोगों ने आंखों की रोशनी सदा के लिए खो दी। संघ के कार्यकर्ताओं ने वीरता पूर्ण आतंकवादियों की इस कायरता पूर्ण हरकत का सामना करते हुए अपने सीने पर गोली खाईं और देश धर्म और समाज हित में अपना बलिदान दिया। लेकिन आंतकी बहादुर स्वयं सेवकों के हौंसले और उच्च आदर्शों को रत्ती भर भी ना गिरा सके।
अश्वनी शर्मा ने कहा कि 25 जून 1989 को तत्कालीन नेहरू पार्क में रविवार की सुबह आरएसएस की शाखा लगी हुई थी कि अचानक ताबड़-तोड़ गोलियां चलने लगी। एके-47 से लैस आंतकवादियों ने निहत्थे स्वयं सेवकों पर गोलियों की बरसात कर दी। इसमें पंजाब की मिटटी के 25 सपूत सदा के लिए सो गए। स्वयं सेवकों ने फिर भी हौसला नहीं हारा और अपनी बहादुरी की मशाल को कायम रखते अगले दिन फिर उसी स्थान पर शाखा लगाई तथा इस स्थान का नाम नेहरू पार्क से शहीदी पार्क कर दिया।
अश्वनी शर्मा ने कहा कि पंजाब की बात करें तो आतंकवाद के काले दौर के बारे सुनकर ही रूह अंदर तक कांप जाती है ,विदेशी आतातायी शक्तियों ने षड्यंत्र रचा और हिन्दू सिक्ख एकता के आधार सतंभ, अपनी खुशहाली और तरक्की के लिए जाने जाते पंजाब प्रांत में आतंक के एक नये अध्याय की नींव रखी जिसमें हर रोज अनेकों अनेक अमन पसंद लोगों को बिना वजह मार दिया जाता था लेकिन इस समय भी संघ के स्वयं सेवक पूरे तन मन धन से ऐसी राष्ट्र विरोधी शक्तियों के विरुद्ध चट्टान की भांति खडे रहे, यह बात आतंकवादियों और उनके आकाओं को हमेशा अखरती रहती थी।
अश्वनी शर्मा ने कहा कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ लगभग सौ वर्षों से राष्ट्र को वसुधैव कुटुंबकम के सिद्धांत पर चलते हुए आपसी एकता, अखंडता, सामाजिक समरसता, भारतीय संस्कृति और जीवन शैली जैसे अनेकों विषयों पर लाखों करोड़ों लोगों के लिए प्रेरणा स्रोत का कार्य कर रहा है और मैं सभी स्वयंसेवकों को दिल से नमन करता हूँ। भारतीय स्वयंसेवक संघ ने अपनी राष्ट्रवादी विचारधारा देश धर्म और समाजहित्त के कार्यों और 140 करोड़ भारतीयों को एक सूत्र में बांधने के लिए जो कार्य किए हैं वह अत्यंत प्रशंसनीय एवं सराहनीय हैं। राष्ट्र विरोधी शक्तियों, राक्षसी व अमानवीय प्रवृत्ति के धारणी व्यक्तियों व संगठनों की नज़रों में संघ का हर एक कार्यकर्ता खटकता रहता है और अब तक हजारों लाखों स्वयंसेवकों ने अपनी प्राणों की आहुति देकर भी भारत माता का मस्तक विश्व मंच पर सर्वोच्च स्थान पर रखने में सफलता प्राप्त की है। अश्वनी शर्मा ने सभी भारत की एकता व अखंडता के लिए शहीदों के दर्शाए मार्ग पर चलने का आह्वान किया।