सुशील रिंकू का दावा

जालंधर लोकसभा उपचुनाव के लिए सोमवार को चुनाव प्रचार थम गया है, प्रचार के आखिरी दिन भी आम आदमी पार्टी (आप), कांग्रेस, शिरोमणि अकाली दल (शिअद) और भाजपा के जीत के दावों और आरोपों प्रत्यारोपों का दौर जारी रहा। हालांकि 2024 के लोकसभा चुनाव के मद्देनजर इस सीट पर सभी राजनीतिक दलों की प्रतिष्ठा दांव पर लगी हुई है लेकिन “आप” के लिए यह सीट बहुत ही महत्वपूर्ण है। बीते साल विधानसभा चुनाव जीतने के बाद “आप” संगरूर लोकसभा उपचुनाव हार गई थी जिसके बाद उसकी लोकसभा में उपस्थिति शून्य हो चुकी है। सीएम बनने से पहले इस सीट से भगवंत मान इकलौते सांसद थे। चुनाव प्रचार थमने से पहले आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार सुशील कुमार रिंकू अपनी जीत को आश्वस्त दिखे। उन्होंने अपनी संभावित जीत की कई वजहें गिनाई हैं। पंजाब केसरी के जालंधर मुख्यालय में विशेष बातचीत के दौरान उन्होंने कांग्रेस, शिरोमणि अकाली दल और भाजपा की कई कथित खामियों को उजागर करते हुए दावा किया कि उपचुनाव में आप को जीतने से रोकना अब संभव नहीं नहीं है। उन्होंने कहा कि लोग सी.एम. मान की ईमानदारी और सरकार के विकास को वोट डालेंगे।

-ऐसी कौन-सी वजह थी जो आपको कांग्रेस से आम आदमी पार्टी में ले आई?

मेरा कांग्रेस में किसी से कोई झगड़ा नहीं था। ऐसा लग रहा था कि कांग्रेस अब आगे बढ़ने वाली नहीं है। जबकि आम आदमी पार्टी ने दस साल के भीतर ही मेहनत से नेशनल पार्टी का दर्जा हासिल किया। मेरी दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और वरिष्ठ नेता संदीप पाठक से बातचीत हुई तो मैं उनसे बहुत प्रभावित हुआ।

-ऐसा कौन सा कल्चर था जो आपको कांग्रेस में रास नहीं आ रहा था?

कांग्रेस में अनुशासनहीनता बढ़ती जा रही थी और अनुशासन की बहुत ही ज्यादा कमी है। पंजाब में पार्टी के एजेंडे को छोड़कर लोग अपना निजी एजेंडा चला रहे थे। इस वजह से कांग्रेस का ग्राफ जनता दिन प्रतिदिन गिरता जा रहा है।

-आप अभी तक विधानसभा चुनाव लड़ते आए आप ने लोकसभा सभा चुनाव लड़ने के लिए अपने आप को तेयार कैसे किया?

इसके लिए मैं मुख्यमंत्री भगवंत मान का धन्यवाद करता हूं जिन्होंने ने चुनाव लड़ने के लिए मुझ में हिम्मत भरी और कहा कि मैं यह कर सकता हूं। सीएम मान बहुत ही मेहनती शख्स है और उन्होंने हमारे साथ चुनाव अंतिम दिन तक चुनाव प्रचार किया। मैं हैरान हूं वह दिन रात मेहनत कर रहे हैं और उनकी छत्रछाया में पंजाब बुलंदियां छुएगा।

-चुनाव प्रचार में कहा गया कि यह चुनाव रिंकू का नहीं सी.एम. मान का है, आप का क्या कहना है?

चुनाव प्रचार के दौरान हमारे साथ रहे यह उनकी महानता है। पंजाब का सीएम होने के नाते उन्होंने वो किया जो मुख्यमंत्री कम ही करते हैं। आमतौर पर उपचुनाव में मुख्यमंत्री हाजिरी ही लगाते हैं, जबकि उन्होंने चुनाव को पूरी तवज्जो दी और सबका ख्याल रखा।

-सीएम भगवंत मान की आपने क्या खास बातें अच्छी लगीं?

सीएम मान बहुत ही स्पष्टवादी है, वह अपने आसपास के कैबिनेट के सहयोगियों से स्पष्ट बात करते हैं। वह बहुत ही मेहनतकश हैं, उनके मन में पंजाब के हर वर्ग के लिए चिंता है, चाहे वह व्यापारी हों या किया याफिर कर्मचारी उन्हें सबकी चिंता रहती है।

-आपको कांग्रेस छोड़ने पर ऐसा नहीं कि लोग आपको दलबदलु कहेंगे?

मुझे ऐसा कुछ भी अहसास नहीं हुआ। कांग्रेस को छोड़ कर कई लोग कांगेस में कई लोग शामिल हुए हैं।, जो लोग शामलि भी नहीं हुए पार्टी छोड़ने के बाद भी उनसे से बातचीत हुई लोगों ने बहुत ही ज्यादा आर्शीवाद और स्नेह दिया है।

-आपको नहीं लगता कि कांग्रेस के उम्मीदवार को सहानुभूति वोट पड़ेगा?

कांग्रेस के पास पूर्व सांसद स्व. संतोख सिंह चौधरी द्वारा  9 साल के कार्यकाल में किया एक भी ऐसा विकास कार्य नहीं है जिसे वे जनता के सामने रख पाएं। दूसरा पूर्व सांसद पंजाब की आवाज दमखम से भी लोकसभा में नहीं रख पाए। इसके विपरीत आम आदमी पार्टी के पास पंजाब के लिए किए गए कार्यों का एक साल का पूरा रिपोर्ट कार्ड है। इसलिए मै समझता हूं कि इस चुनाव में आप की जीत पक्की है।

-भाजपा की स्थिति आपको कैसी लगती है, उनके आला लीडर यहां चुनाव प्रचार में हैं?

भाजपा चुनाव में काडर वोट बचाने में लगी है। आप सरकार ने जात-पात से ऊपर उठकर राज्य में बिजली फ्री की इसका फायदा सामान्य वर्ग को भी हुआ है। भाजपा के वोटर आप सरकार की नीतियों की ओर भी आकर्षित हुए हैं। इसलिए मेरा मानना है कि भाजपा अपना कैडर बचाने की कोशिश कर रही है।

-शिअद का दावा है कि बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के साथ चुनाव लड़ने से उन्हें दलित वोट का फायदा मिल सकता है?

शिअद ने गेम प्लान तो बड़ा तेयार किया था, लेकिन अब उसे यह उलटा पड़ गया है। शिअद के नेताओं को लगता था कि इससे उन्हें दलित वोट का लाभ होगा, जबकि बसपा का उम्मीदवार न होने के कारण उनके बड़े नेता नाराज होकर “आप” में शामिल हो गए। बसपा का काडर वोट भी अकाली दल से छिटक गया है। दूसरा शिरोमणि अकाली दल अपने कार्यकाल में विकास कार्य करवाने में विफल रहा है। विकास कार्य करवाने के बजाए शिअद ने अपना ट्रांसपोर्ट चालाने और निजी संपत्तियां बनाने की तरफ ज्यादा ध्यान दिया, जिससे लोग उनसे नाराज हैं।

-चुनाव में प्रचार में आरोपों- प्रत्यारोपों का दौर जारी है, इस बीच जालंधर में आधारभूत ढांचे और विकास की बात नहीं हो रही है, जालंधर के विकास को लेकर आपका विजन क्या है?

जालंधर की आबादी घनी है और इलाकों में गंदे पानी की सप्लाई हो रही है। सड़को की हालत खराब है। एयरपोट्र बंद पड़ा है। ग्रामीण और शहरी इलाकों में सीवरेज की व्यवस्था चरमरा चुकी है। जालंधर के विकास के लिए छोटे से बड़े प्रोजेक्ट लाने की योजना है। यह विकास कार्य इसलिए लटके हुए थे क्योंकि नगर निगम और पंचायती राज संस्थाओं में कांग्रेस का राज था। जालंधर नगर निगम के चुनाव भी संभावित है और उम्मीद है कि निगम और पंचायतों में भी “आप” काबिज होगी और विकास कार्यों को गति मिलेगी।

-राज्य में कानून व्यवस्था को लेकर “आप” सरकार पर उंगलियां उठाई जा रही हैं, आपकी इस बारे में क्या राय है?

पंजाब में असामाजिक तत्वों द्वारा माहौल खराब करने की कोशिश की जा रही है, लेकिन “आप” सरकार ने इसे सूझबूझ से नियंत्रित किया है। बिना गोली और लाठी के कानून व्यवस्था को सुचारू बनाए रखा है।

-कहां तक फैला है संसदीय क्षेत्र?

पंजाब के जालंधर लोकसभा सीट पर 10 मई को उपचुनाव होगा, जबकि नतीजे 13 मई को घोषित किए जाएंगे। जालंधर लोकसभा क्षेत्र में नौ हलकों यानी विधानसभा क्षेत्र में बंटा है। इन हलकों में हल्का वेस्ट, सेंट्रल, नॉर्थ और कैंट शामिल हैं। वहीं देहाती हलकों में नकोदर, शाहकोट, फिल्लौर, करतारपुर, आदमपुर शामिल हैं। इनमें पांच ग्रामीण क्षेत्रों के तो चार शहरी क्षेत्र में आते हैं। जालंधर संसदीय क्षेत्र में देश की आजादी के बाद अब तक चुनावों में 14 बार कांग्रेस, 2 बार अकाली दल और 2 बार जनता दल के खाते में गई है। पिछले चार चुनाव से कांग्रेस पार्टी के प्रत्याशी लगातार यहां से जीत हासिल करने में सफल रहे हैं।

-कुल कितने मतदाता

जालंधर सीट पर कुल मतदाताओं की संख्या 16,18,512 है. इनमें एनआरआई मतदाताओं की संख्या 73, पुरुष मतदाताओं की संख्या 8,43,299, महिला मतदाताओं की संख्या  7,75,173, ट्रांसजेंडर मतदात 40, नौकरीपेशा वोटर 1,851, दिव्यांग वोटर 1,0526 और 80 साल का ज्यादा उम्र वाले वोटर 38,313 मतदाता शामिल हैं।

‘आप’ सरकार की बताई उपलब्धियां

-लोगों को मिल रही है 600 यूनिट बिजली फ्री
-29 हजार से ज्यादा युवाओं को दिया रोजगार
-14 हजार कच्चे कर्मचारियों को किया पक्का
-शहीदों के परिवारों को दी जा रहा है एक करोड़ रुपए

कांग्रेस को बताया कमजोर

-कांग्रेस का एजेंडा कमजोर
-निजी एजेंडे पर काम कर रहे हैं कांग्रेसी
-पूर्व एम. पी. का एक भी काम गिनवाने लायक नहीं
-“आप” के पास है एक साल के काम का रिकॉर्ड

शिअद पर जड़े आरोप

-शिअद ने अपनी सत्ता के दौरान नहीं किया विकास
-विकास के नाम पर खड़ा किया ट्रांसपोट्र
-करोड़ों की बनाई निजी संपत्तियां
-बसपा का उम्मीदवार न देकर दलितों को किया नाराज

काडर बचा रही भाजपा 

-भाजपा को चुनाव मैदान में बताया कमजोर
– कहा कैडर बचाने में जुटी है भाजपा

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