शिमलापुरी स्थित बाल सुधार गृह से रविवार दोपहर 12:30 बजे के लगभग एक बार फिर सुरक्षा व्यवस्था को दरकिनार करते हुए एक कैदी व एक हवालाती कंबल को रस्सी बनाकर 15 फुट ऊंची दीवार फांद कर फरार हो गए। फरार होने वालों में कैदी मनदीप सिंह निवासी पटियाला है। यह किशोर बंदी एन.डी.पी.एस. एक्ट मामले में सजा भुगत रहा था। जबकि दूसरा हवालाती समीर कुमार उर्फ दाना निवासी अमृतसर अन्य मामले में बंद था। सूचना मिलने पर बाल सुधार गृह के सुपरिटेंडेंट तरुण अग्रवाल व शिमलापुरी पुलिस मौके पर पहुंच गई।
बताया जाता है कि कैदी पटियाला व हवालाती अमृतसर का रहने वाला है। इनको पकड़ में लाने के लिए पंजाब के कई थानों को सूचित कर दिया गया है। शिमलापुरी थाने के एस.एच.ओ. प्रमोद कुमार ने बताया कि फरार बंदियों पर ए.एस.आई. जगोल सिंह के बयानों पर धारा 223, 224 आईपीसी व 52/प्रीजन एक्ट के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है। उन्होंने बताया कि इनके साथ तीसरा साथी शिवम निवासी लुधियाना भी भागने वाला था जो मौके पर पकड़ लिया गया। इस मामले में लापरवाही बरतने के आरोप में होमगार्ड जवान विद्यासागर व वरिंदर प्रसाद पर भी मामला दर्ज किया गया है।
बाल सुधार गृह के आसपास लगे सी.सी.टी.वी. कैमरों से पुलिस द्वारा फुटेज भी खंगाल ली जा रही है ताकि मालूम हो सके कि दोनों किशोर बंदी जेल दीवार फांदने के बाद किस वाहन में बैठकर गए। किशोर गृह में बंदियों की संख्या के मुकाबले सुरक्षा नाममात्र है और गृह के आसपास रिहायशी व कमर्शियल बिल्डिंग हैं जो सुरक्षा के लिहाज से काफी कमजोर है। क्योंकि बाल सुधार गृह की दीवारें भी इन बिल्डगों के साथ जुड़ी हुई है। 10 जनवरी 2018 को बाल सुधार गृह से दो हवालाती बैरक की ग्रिल तोड़कर बिजली की तारों के सहारे फरार होने में सफल हो गए थे। उस समय भी सुरक्षा कमी की गाज अधिकारियों पर गिरी थी। लेकिन आज भी स्थिति वैसी ही बनी हुई है।