आबकारी विभाग ने जिला भर में जहरीली शराब के खिलाफ अभियान छेड़ते हुए लोगों को आगाह करना शुरू कर दिया है। शराब की खरीद किसी गैर-अधिकृत व्यक्ति से न की जाए। इस अभियान के तले आज आबकारी विभाग ने ऑटो रिक्शा पर बैनर बांधकर लाउडस्पीकर के द्वारा लोगों को सतर्क करने के साथ-साथ उन लोगों को चेताया भी जा रहा है जो यह काम नहीं छोड़ना चाहते।
विभागीय विज्ञप्ति के मुताबिक कहा गया है कि आजकल शराब के बड़े माफिया मार्केट में आ चुके हैं और लोगों को सस्ती शराब वितरित कर रहे हैं। इसके कारण लोग बीमार हो रहे हैं। सहायक आबकारी कमिश्नर नवजीत सिंह के मुताबिक बड़ी संख्या में लोग अल्कोहल बेच रहे हैं और उसमें पानी इत्यादि मिलाकर शराब के रूप में सप्लाई किया जा रहा है उन्होंने लोगों को जागृत करते कहा कि इस प्रकार की जहरीली शराब के कारण ही पिछले साल तरनतारन इलाके में 130 व्यक्तियों की सामूहिक मौत हुई थी। उन्होंने कहा इस प्रकार से बिकने वाली जहरीली शराब में मिथाईल एल्कोहल भी बेचा जा रहा है जो शराब के लिए प्रयोग नहीं किया जा सकता यह पूरी तरह जहरीला होता है।
वहीं दूसरी तरफ एक्स्ट्रा न्यूट्रल अल्कोहल की शराब लोगों को बेची जा रही है, यह भी बेहद हानिकारक एसिड है। जिला आबकारी अधिकारी इंद्रजीत सिंह सहगरा ने बताया कि जनता को जागृत करने के लिए ऑटो रिक्शा ऊपर बैनर लगाकर सार्वजनिक तौर पर मुनादी करवाई जा रही है इसमें लोगों को सतर्क रहने की चेतावनी देते हुए यह भी बताया जाता है कि इसमें कानूनी तौर पर भी कितना रिस्क है। जिला आबकारी अधिकारी ने कहा कि यदि कोई व्यक्ति किसी को अवैध शराब का कारोबार करता दिखाई दे तो इसकी सूचना आबकारी विभाग को दी जाए। जानकारी देने वाले का नाम गुप्त रखा जाएगा। उन्होंने बताया कि पिछले कुछ दिन पहले गेट हकीमा से जहरीला 800 लीटर अल्कोहल बरामद किया गया था, इसमें 4 लोगों की गिरफ्तारी भी हुई थी। इसके कारण पंजाब प्रदेश आबकारी विभाग ने पूरे पंजाब में इस प्रकार का अभियान चलाया हुआ है। लोगों को चेतावनी देने के लिए वाहनों की शुरूआती के समय सहायक कमिश्नर अमृतसर रेंज नवजीत सिंह जिला आबकारी अधिकारी इंद्रजीत सिंह सेहगरा, इंस्पेक्टर राजीव कुमार मरवाह, इंस्पेक्टर पंडित संदीप शर्मा व अन्य उपस्थित रहे।
आबकारी विभाग को मिल चुकी है शराब तस्करों की लिस्टें
विभागीय सूत्रों के मुताबिक आबकारी विभाग को नगर भर के अलग-अलग स्थानों पर शराब तस्करों की लिस्टें मिल चुकी है । कुछ पेशेवर लोग पिछले कई वर्षों से शराब का गोरख धंधा कर रहे हैं। इसमें कहीं न कहीं पुलिस के लोगों की मिलीभगत भी है। जैसे ही ऊपर से किसी पर सख्ती करने का आदेश आता है तो उस व्यक्ति को पकड़कर मामला दर्ज कर दिया जाता है, जो छोटा मोटा धंधा करने वाला हो। वास्तव में जिन लोगों का कारोबार अवैध शराब में विस्तृत स्तर पर चल रहा है उन पर कोई आंच नहीं आती। उल्टा पुलिस की कार्रवाई में बड़े तस्कर के विरोधी लोग ही पकड़े जाते हैं जबकि बड़ा तस्कर कंपटीशन से मुक्त होकर आगे से भी ज्यादा मजबूत हो जाता है। बताना जरूरी है कि आबकारी विभाग के प्रदेश ज्वाइंट कमिश्नर राजपाल सिंह खैरा ने पिछले सप्ताह अल्कोहल की बरामदगी के बाद अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक एवं अमृतसर के पुलिस कमिश्नर नौनिहाल सिंह से भी मीटिंग की थी, जिसमें जहरीली शराब के तस्करों के खिलाफ कार्रवाई करने हेतु सहयोग का अनुरोध किया था । ऐसा समझा जा रहा है कि आने वाले समय अवैध शराब के तस्करों के लिए शुभ नहीं है।