पुलिस ने गग्गू बलाचौरिया गैंग के 3 शूटरों को जंगल में 13 घंटे सर्च ऑप्रेशन चलाकर गिरफ्तार किया है। आरोपियों से 4 पिस्टल और जिंदा कारतूस बरामद किए गए हैं। गैंग का मुख्य सरगना गग्गू बलाचौरिया केंद्रीय जेल लुधियाना में बंद है, जो वहीं बैठकर ऑप्रेट कर रहा था, उसे भी फिल्लौर पुलिस प्रोडक्शन वारंट पर थाने लेकर आई है।
आज पत्रकार सम्मेलन में एस.पी.डी. सर्बजीत बाहीया, डी.एस.पी. जगदीश कुमार ने फिल्लौर पुलिस विशेष तौर पर थाना प्रभारी इंस्पैक्टर सुरिंदर कुमार की प्रशंसा करते हुए कहा कि जिस तरह से जंगल में हथियारों के साथ छिपे शूटरों को पकडऩे के लिए उन्होंने पूरी रात सर्च ऑप्रेशन चलाया, वह सराहनीय कदम है।
उन्होंने बताया कि 2 दिन पहले सूचना मिलते ही इंस्पैक्टर सुरिंदर कुमार पुलिस पार्टी के साथ तेङ्क्षहग चुंगी रोड पर नाकेबंदी कर आने-जाने वाले वाहनों की जांच कर रहे थे। शाम 6 बजे के करीब मोटरसाइकिल सवार 3 युवकों को रोककर उनकी तलाशी लेनी चाही तो 2 आरोपी पुलिस को चकमा देकर पास के जंगल के अंदर भाग गए जबकि उनके एक साथी संदीप कुमार सैंडी पुत्र धर्मपाल वासी गांव बोपाराय, थाना गोराया को गिरफ्तार कर लिया। तलाशी लेने पर उससे एक पिस्टल बरामद हुआ।
पूछताछ में संदीप ने बताया कि वह और उसके भागे दोनों साथी लुधियाना जेल में बंद गग्गू बलाचौरिया गैंग के शूटर हैं। गग्गू के निर्देश पर पंजाब में अपहरण कर फिरौती मांगने जैसी बड़ी वारदातों को अंजाम देने के लिए वे 4 पिस्टल और कारतूस कुछ दिन पहले ही मध्य प्रदेश से खरीद कर लाए हैं। उसके दोनों साथियों के पास भी 3 पिस्टल और कारतूस हैं। इंस्पैक्टर सुरिंदर कुमार ने घटना की सूचना अपने उच्चाधिकारियों को दी जिसके बाद 13 घंटे तक चले सर्च ऑप्रेशन के बाद प्रात: 7 बजे दोनों शूटरों ने पुलिस की घेराबंदी देखकर सरैंडर कर दिया। पकड़े गए गैंगस्टर विक्की संधू पुत्र गुरमुख सिंह वासी झुग्गियां महासिंह और उसके साथी नरिंदर सिंह पुत्र गुरमुख सिंह वासी जालंधर से 3 पिस्टल और जिंदा कारतूस बरामद हुए।