गूगल के वीडियो स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म यूट्यूब पर हर 60 सेकंड के भीतर 500 घंटे का कंटेंट अपलोड होता है. कंपनी वीडियो पर दिखाए जाने वाले Ads से कमाई करती है. अगर ये Ads दिखने हमें बंद हो जाएं तो यूट्यूब के रेवेन्यू में कमी आ जाएगी. इस बीच कंपनी ने रेवेन्यू को बढ़ाने के लिए एक बड़ा कदम उठाया है. दरअसल, यूट्यूब, Ads ब्लॉकर को अब ब्लॉक करने वाला है. अभी तक कई लोग Ads ब्लॉकर को ऑन कर यूट्यूब पर वीडियो देखते थे. इससे वे Ads को स्किप कर सीधे बिना यूट्यूब प्रीमियम लिए एक तरह से इसका फायदा ले सकते थे.
हालांकि अब कंपनी Ads ब्लॉकर को ब्लॉक करने वाली है और ग्लोबल लेवल पर इस प्रोग्राम को शुरू किया गया है. अगर आप भी इस तरह अभी तक यूट्यूब पर कंटेंट देखते थे तो अब आप ऐसा नहीं कर पाएंगे. यदि आप अभी भी Ad ब्लॉकर को ऑन रखते हैं तो आप यूट्यूब को एक्सेस नहीं कर पाएंगे.
Ad ब्लॉकर ऑन रखने पर क्या होगा?
यूट्यूब की तरफ से Ad ब्लॉकर ऑन होने पर आपको एक फ्लैश मैसेज दिखाया जाएगा जिसमें ये लिखा गया होगा कि आप कंपनी के पॉलिसीज के खिलाफ प्लेटफॉर्म पर एक्टिव हैं. यानि आप Ads ब्लॉकर को ऑन करके वीडियो नहीं देख सकते. रेडिट पर कुछ यूजर्स को ये मैसेज भी दिखा है कि 3 वीडियो के बाद यूट्यूब ब्लॉक हो जाएगा. यानि अगर आप Ad ब्लॉकर को ऑन करके वीडियो देख रहें हैं तो 3 वीडियो के बाद यूट्यूब खुद-ब-खुद बंद हो जाएगा.
इसके अलावा, कंपनी की ओर से दिखाए जाने वाले फ्लैश मैसेज में आपको यूट्यूब प्रीमियम लेने या Ads को ऑन करने की बात कही जाएगी. आप इनमें से कोई भी विकल्प चुन सकते हैं. अगर आप बिना पैसे दिए यूट्यूब को देखना जारी रखना चाहते हैं तो Ads को ऑन करके वीडियो देख सकते हैं.
द वर्ज के मुताबिक, YouTube कम्युनिकेशन मैनेजर क्रिस्टोफर लॉटन ने कहा कि Ad ब्लॉकर YouTube के शर्तों का उल्लंघन करता है. कंपनी ने Ad ब्लॉक कर वीडियो देखने वाले यूजर्स से YouTube पर विज्ञापनों की अनुमति देने या विज्ञापन मुक्त अनुभव के लिए YouTube प्रीमियम आज़माने का आग्रह करने के लिए एक वैश्विक प्रयास शुरू किया है. उन्होंने कहा कि विज्ञापन विश्व स्तर पर क्रिएटर्स के एक डाइवर्स इकोसिस्टम का समर्थन करते हैं और अरबों लोगों को YouTube पर अपनी पसंदीदा सामग्री तक पहुंचने की अनुमति देते हैं.