लुधियाना: दिवाली पर रेलवे की तरफ से बड़ा तोहफा देने की तैयारी की जा रही है। रेलवे बोर्ड की तरफ से फिरोजपुर मंडल में एक अन्य वंदे भारत एक्सप्रैस चलाने को लेकर तैयारी की जा रही है , जो अमृतसर-नई दिल्ली ट्रैक पर दौड़ेगी । सूत्रों के अनुसार विभाग की तरफ से इस संबंध में तकनीकी जांच के बाद ट्रेन का शेड्यूल, तय कर लिया गया है जबकि ट्रेन का किराया तय होना बाकी है । सूत्रों अनुसार विभाग की तरफ से दिवाली के अवसर पर ट्रेन का तोहफा दिया जा सकता है ।
रेल यात्री अमृतसर तक का 450 किलोमीटर का सफर करीब 5 घंटे में तय कर सकेगें । सूत्रों का कहना है कि विभाग की तरफ से अमृतसर से सुबह चलने वाली शताब्दी व वंदे भारत का ट्रैफिक देखा जाएगा । अगर दोनों ट्रेनों में यात्रियों की सख्यां उचित रही तो दोनों ट्रेनें पटरी पर दौड़ेगी, नहीं तो वंदे भारत को ही पहल दी जाएगी । ट्रेन सप्ताह में 6 दिन चलेगी । इसके स्टॉपेज लुधियाना व अंबाला में होंगे जबकि साहनेवाल से पास दिया जाएगा। फिलहाल इसका जालंधर व ब्यास में स्टॉपज नहीं रखा गया है । लुधियाना व अंबाला में भी केवल 2 मिनट का स्टॉपज होगा । ट्रेन अमृतसर से सुबह 7 बज कर 55 पर चलेगी , जो कि लुधियाना 9 बज कर 30 मिनट पर पहुंचेगी, 2 मिनट के ठहराव के बाद 9.50 पर साहनेवाल से पास करेगी और अंबाला 10.50 पर पहुचेगी , वहां भी 2 मिनट के ठहराव के बाद नई दिल्ली 1.05 बजे पहुंचेगी । वापसी पर ट्रेन नई दिल्ली से 1.40 पर चल कर अंबाला 15.50 बजे और लुधियाना 4.59 बजे पहुंचेगी और अमृतसर 6.50 पहुंचेगी ।
लुधियाना के लोगों को सुविधा, जालंधर के लोग निराश
इस ट्रेन का लुधियाना में ठहराव होने के लेकर लुधियाना के लोगों को नई दिल्ली के लिए दूसरी वंदे भारत एक्स्प्रैस ट्रेन मिलेगी, लेकिन जालंधर में ठहराव न होने के कारण जांलधर के लोगों में निराशा है । गौर है कि लुधियाना व इसके आसपास के इलाकों से हर रोज सैकड़ों लोग व्यापार के संबंध में नई दिल्ली आते जाते है । इससे व्यापारियों को और भी सुविधा मिलेगी ।
तकनीकी जांच का कार्य पूरा
मिली जानकारी के अनुसार ट्रेन की स्पीड को लेकर विभाग की तरफ से तकनीकी जांच भी पूरी हो चुकी है । क्योंकि नई दिल्ली से जम्मू की तरफ जाने वाली वंदे भारत को लेकर ट्रैक को 160 किलोमीटर प्रति घंटा के हिसाब से तैयार किया गया था । जालंधर कैंट से आगे अमृतसर के लिए भी अब ट्रैक को इसी स्पीड के साथ तैयार तकनीकी तौर पर तैयार किया गया है । जब कि शताब्दी एक्सप्रैस पहले ही इस ट्रैक पर औसतन 130 किलोमीटर प्रति घंटा की स्पीड से दौड़ती है ।