लोकसभा हलका जालंधर के लिए हो रहे उपचुनाव को लेकर हर राजनीतिक दल द्वारा अपने-अपने उम्मीदवार की जीत सुनिश्चित करने के लिए जोर लगाया जा रहा है। बात चाहे आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार की हो या कांग्रेस पार्टी, भाजपा या फिर अकाली दल-बसपा गठबंधन के उम्मीदवार की। आम आदमी पार्टी के लिए इस सीट पर चुनाव जीतना इसलिए भी प्रतिष्ठा का सवाल बना हुआ है क्योंकि आम आदमी पार्टी पंजाब में सत्ताधारी पार्टी है तथा सत्ता में आने के बाद एक उपचुनाव वह हार चुकी है तथा जालंधर लोकसभा उपचुनाव आम आदमी पार्टी हार जाती है तो 2024 का चुनाव मैदान जीतना पार्टी के लिए बहुत मुश्किल हो जाएगा।
योजनाओं का लाभ मिलने से लोगों का आम आदमी पार्टी में विश्वास बढ़ा
जालंधर में उपचुनाव को लेकर पार्टी की स्थिति क्या है? इस पर मंत्री ब्रह्मशंकर जिम्पा ने कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत मान की सरकार की एक साल की कारगुजारी पर लोग यकीन कर रहे हैं क्योंकि लोगों ने बदलाव के लिए वोट डाली थी और लोगों को बदलाव नजर भी आया है। अपने चुनावी घोषणा-पत्र में भगवंत मान ने नौजवानों से रोजगार के मुद्दे पर कहा था कि ‘आप’ की सरकार बनने पर कैबिनेट की पहली मीटिंग में रोजगार पर बात होगी और एक साल के भीतर 28000 से अधिक नौकरियां देने का मतलब है कि मुख्यमंत्री के चुनावी घोषणा-पत्र में किए गए वायदे पर काम हुआ है। आप किसी भी पार्टी की सरकार की कारगुजारी को देख लें, कोई भी सरकार पहले दिन से नौकरियों को लेकर काम नहीं करती थी। इसके बाद 300 यूनिट फ्री बिजली, मोहल्ला क्लीनिक के वादे पर भी सरकार खरी उतरी है। मुफ्त बिजली देने के साथ-साथ बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया करवाई जा रही हैं। कमजोर वर्ग के लोग इन सुविधाओं का लाभ उठा रहे हैं। लोगों का विश्वास आम आदमी पार्टी में बढ़ा है, जिसका इस चुनाव में आम आदमी पार्टी को अवश्य लाभ मिलेगा।
क्या कांग्रेस अपने आप को बदलना नहीं चाहती?
आम आदमी पार्टी का कहना था कि जो व्यक्ति पार्टी के लिए रात-दिन एक करता है और जो व्यक्ति पार्टी के पोस्टर लगाता है, पार्टी उसे टिकट देगी। फिर आम आदमी पार्टी के पास उम्मीदवार की कमी कहां पैदा हो गई कि ‘आप’ को कांग्रेस से उम्मीदवार लेना पड़ा। इस पर कैबिनेट मंत्री ने कहा कि यह सवाल कांग्रेस से पूछा जाना चाहिए कि क्या कांग्रेस के पास परिवार से बाहर कोई उम्मीदवार नहीं था? क्या कांग्रेस अपने आप को बदलना नहीं चाहती थी? क्या कांग्रेस को लगता है कि कल जिम्पा नहीं रहे तो उसके परिवार को टिकट देनी जरूरी है।
सुशील रिंकू जिनके पिता कौंसलर रहे, स्वयं वह एम.एल.ए. रहे और उनकी पत्नी कौंसलर रही हैं। वह महसूस करते थे कि उन्हें कांग्रेस में कुछ करने का मौका नहीं मिला है। वह संसद में जाकर पंजाब के लिए बहुत काम कर सकते हैं और पंजाब के लिए केंद्र से बहुत कुछ ला सकते हैं।
इंडस्ट्री के लिए बहुत कुछ करना सरकार का अपना वायदा है
आम आदमी को तो बिजली सस्ती मिल गई लेकिन इंडस्ट्री के लिए आप की पार्टी ने क्या किया? इस पर मंत्री जिम्पा ने कहा कि इंडस्ट्री के लिए सरकार का पहला साल था। सरकार ने कुछ बहुत बढ़िया फैसले लिए हैं, इसमें एक फैसला जी.एस.टी. को लेकर भी है। इंडस्ट्रीयलिस्टों को सड़कें और इंफ्रास्ट्रक्चर जैसी काफी सुविधाएं होनी चाहिएं तथा सरकार ने इस पर काम किया है क्योंकि सरकार को सत्ता में आए अभी एक साल हुआ है इसलिए और बेहतर कारगुजारी के लिए समय चाहिए। इंडस्ट्री का रोजगार के साथ बहुत गहरा संबंध है इसलिए इंडस्ट्री के लिए काफी कुछ करेंगे।
कांग्रेस को टार्गेटिड हत्याएं क्यों भूल गईं?
पंजाब में लॉ एंड आर्डर के मुद्दे पर विरोधी पार्टियां ‘आप’ सरकार को घेर रही हैं कि इन से पंजाब में कानून व्यवस्था संभाली नहीं जा रही तथा कांग्रेस इस बात को मुद्दा बना रही है। इस पर मंत्री ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह के कार्यकाल में लुधियाना में जो घटनाएं हुईं, टार्गेटिड हत्याएं हुईं विशेषकर एक समुदाय के नेताओं की हत्याएं, क्या कांग्रेस को वे दिन याद नहीं हैं? कांग्रेस के वे नेता जो ऐसे बयान दे रहे हैं, उस समय कहां थे?
अरविंद केजरीवाल और भगवंत मान की जोड़ी सबसे लोकप्रिय जोड़ी
नवजोत सिंह सिद्धू आम आदमी पार्टी के खिलाफ बयानबाजी कर रहे हैं। इस पर ब्रह्मशंकर जिम्पा ने कहा कि नवजोत सिंह सिद्धू पहले यह बताएं कि जब उनसे कैप्टन अमरेंद्र ने निकाय विभाग वापस ले लिया था और उन्हें पावरकॉम दे दिया था, तब सिद्धू ने पावरकॉम का मंत्री पद क्यों नहीं संभाला, क्योंकि यह एक चैलेजिंग जॉब थी और सिद्धू चैलेजिंग जॉब से भाग गए। मंत्री ने कहा कि यह चैलेजिंग जॉब केवल आम आदमी पार्टी की सरकार ही निभा सकती है और आज पंजाब के लोगों को 300 यूनिट प्रति महीना मुफ्त बिजली दी जा रही है।
प्रताप सिंह बाजवा जोकि आम आदमी पार्टी से सवाल पूछते हैं तो वह बताएं कि विधानसभा में जब राज्यपाल अभिभाषण दे रहे थे तो बाजवा उठकर विधानसभा से बाहर क्यों चले गए। जो बहस करनी थी करते। मंत्री ने कहा कि आम आदमी पार्टी के कन्वीनर अरविंद केजरीवाल और मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान की जोड़ी सबसे लोकप्रिय जोड़ी है और यह देश को एक नई दिशा देंगे तथा जालंधर लोकसभा उपचुनाव में सुशील रिंकू भी जीत कर पंजाब को नई दिशा देंगे।