प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को कांग्रेस सहित अन्य विपक्षी दलों पर निशाना साधते हुए कहा कि इनकी संस्कृति परिवारवाद, वंशवाद, जातिवाद और क्षेत्रवाद की रही है जबकि भाजपा की राजनीतिक संस्कृति प्रत्येक देशवासी को साथ लेकर चलने की है। भाजपा के 43वें स्थापना दिवस पर पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए मोदी ने भारत को भ्रष्टाचार, भाई-भतीजावाद और कानून-व्यवस्था से जुड़ी चुनौतियों से मुक्त करने की प्रतिबद्धता पर भी जोर दिया।
भारत को लोकतंत्र की जननी करार देते हुए मोदी ने कहा कि प्रारंभ से ही भाजपा की आस्था जनता के विवेक पर रही है और दिनों दिन वह आस्था और मजबूत होती जा रही है। उन्होंने कहा, ‘‘भाजपा ने लोकतंत्र की कोख से जन्म लिया, भाजपा लोकतंत्र के अमृत से पोषित है और भाजपा देश के लोकतंत्र व उसके संविधान को मजबूत करते हुए समर्पण भाव से दिन-रात देश के लिए काम कर रही है।” भाजपा को विकास, विश्वास और नए विचार का पर्याय बताते हुए प्रधानमंत्री ने मुफ्त राशन सहित विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं का उल्लेख किया और कहा कि सामाजिक न्याय उनकी पार्टी की विचारधारा का आधार है।
पीएम मोदी के संबोधन के प्रमुख अंश
- बीते वर्षों में बहुत सारे दलों ने सामाजिक न्याय के नाम पर राजनीति का दिखावा किया और इन दलों के मुखिया अपने परिवार का भला करते रहे। उन्होंने समाज की कतई चिंता नहीं की जबकि भाजपा सामाजिक न्याय को जीती है, उसकी भावना का अक्षरश: पालन करती है।
- 80 करोड़ गरीबों को बिना भेदभाव मुफ्त राशन मिलना सामाजिक न्याय का ही प्रतिबिंब है। 50 करोड़ गरीबों को बिना भेदभाव 5,00,000 रुपए तक मुफ्त इलाज की सुविधा मिलना सामाजिक न्याय की ही सशक्त अभिव्यक्ति है।”
- भाजपा सही अर्थों में देश के दबे कुचले समाज के लिए आशा की किरण बनी हुई है। विपक्षी दलों पर निशाना साधते हुए मोदी ने कहा कि ऐसे दलों की संस्कृति परिवारवाद, वंशवाद, जातिवाद और क्षेत्रवाद की रही है। जबकि भाजपा की राजनीतिक संस्कृति प्रत्येक देशवासी को साथ लेकर चलने की है।
- कांग्रेस जैसी पार्टियों की संस्कृति छोटा-छोटा सोचना, छोटे सपने देखना और उससे भी कम हासिल करके खुशियां मनाना है। खुशी मतलब एक दूसरे की पीठ थपथपाना है। भाजपा की राजनीतिक संस्कृति है बड़े सपने देखना और उससे भी ज्यादा हासिल करने के लिए जी जान से खप जाना।”
- विपक्षी दलों की संस्कृति में महिलाओं की चुनौतियों की परवाह ही नहीं की जाती है जबकि भाजपा की राजनीतिक संस्कृति महिलाओं के जीवन को आसान बनाना रही है।
बता दें कि पार्टी ने अपने स्थापना दिवस से 14 अप्रैल को, बाबा साहेब डॉक्टर बी.आर. आंबेडकर की जयंती तक, विशेष सप्ताह मनाने का फैसला किया है। पार्टी 11 अप्रैल को महात्मा ज्योतिबा फुले के जन्मशताब्दी- दिवस के अवसर पर अनेक स्थानों पर विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन करेगी।